जुदाई की घड़ी आई,
नजरो से नज़रे टकराई,
आँखो से वो ओझल हुई,
वो मेरी नजरो से ओझल हुई,
रेगिस्तान मे वर्षा आई,
मेरी आँखे इस कदर भर आई,
दिल के फूल मुरझाये,
जब उसकी आँखें भर आई,
Saturday, July 19, 2008
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Hum Bewafa Hargiz na the, Par hum wafa kar na sake.
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